School Holiday: बिहार के स्कूली छात्रों के लिए 2026 का साल कई खुशखबरी लेकर आया है. राज्य शिक्षा विभाग ने वर्ष 2026 के लिए सभी स्कूलों की छुट्टियों की लिस्ट जारी कर दी है. इस बार छात्रों को कुल 75 दिन की छुट्टियां मिलने जा रही हैं, जिससे वे पढ़ाई के साथ-साथ आराम और परिवार के साथ समय बिताने का भी आनंद ले सकेंगे.
सभी प्रकार के स्कूलों में लागू होंगी छुट्टियां
यह छुट्टियां केवल सरकारी स्कूलों तक सीमित नहीं हैं. शिक्षा विभाग के आदेश अनुसार, ये छुट्टियां प्राइवेट स्कूलों, उर्दू माध्यम स्कूलों और संस्कृत विद्यालयों पर भी समान रूप से लागू होंगी. इसका उद्देश्य है कि सभी वर्ग के छात्रों को समान अवसर और राहत दी जा सके.
छुट्टियों में शामिल होंगे 10 साप्ताहिक अवकाश
75 दिनों की इस लिस्ट में 10 सप्ताहिक छुट्टियां भी शामिल की गई हैं.इससे छात्रों को लगातार पढ़ाई से ब्रेक मिलेगा और वे अपनी ऊर्जा को फिर से संचित कर सकेंगे.इन छुट्टियों की योजना इस तरह से की गई है कि वह त्योहारी मौसम, मौसम परिवर्तन और पारंपरिक स्थानीय आयोजनों को ध्यान में रखकर बनाई गई है.

छात्रों को पढ़ाई और मानसिक स्वास्थ्य में संतुलन का मौका
आज के समय में जब बच्चों पर पढ़ाई का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है, ऐसे में यह अवकाश छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य, क्रिएटिविटी और सामाजिक विकास के लिए लाभकारी साबित हो सकता है. विशेषज्ञों का भी मानना है कि बच्चों को समय-समय पर मानसिक और शारीरिक ब्रेक मिलना बेहद जरूरी है, जिससे उनका सीखने का तरीका और बेहतर हो सके.
त्योहारों और विशेष अवसरों पर विशेष अवकाश
छुट्टियों की सूची में प्रमुख त्योहारों जैसे होली, दीपावली, ईद, क्रिसमस, गुरु पूर्णिमा, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, और शिक्षक दिवस जैसे खास अवसरों को ध्यान में रखा गया है. इसके अलावा, स्थानीय पर्व और क्षेत्रीय मान्यताओं को भी सूची में स्थान दिया गया है. इससे छात्रों को अपने सांस्कृतिक मूल्यों और पारंपरिक धरोहर से जुड़ने का अवसर मिलेगा.

उर्दू और संस्कृत विद्यालयों के लिए भी विशेष सूची
राज्य में संचालित उर्दू और संस्कृत माध्यम के विद्यालयों के लिए भी शिक्षा विभाग ने अलग से छुट्टियों की लिस्ट जारी की है. इन संस्थानों में धार्मिक अवसरों और विशेष मान्यताओं को ध्यान में रखते हुए छुट्टियां तय की गई हैं. इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि सभी छात्र अपनी धार्मिक आस्थाओं और संस्कृतियों का सम्मान करते हुए अवकाश का लाभ ले सकें.
शिक्षा विभाग ने क्यों की छुट्टियों में बढ़ोतरी?
शिक्षा विभाग के अधिकारियों के अनुसार, छात्रों की संपूर्ण विकास प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है. लंबे समय तक स्कूल संचालन के बाद, जब छात्र बिना ब्रेक के लगातार पढ़ाई करते हैं, तो इसका असर उनकी **एकाग्रता और सीखने की स्पीड पर पड़ता है. अवकाश न केवल उन्हें शारीरिक रूप से राहत देता है, बल्कि उन्हें नए अनुभव और गतिविधियों से जोड़ने का भी मौका देता है.
अभिभावकों को भी मिलेगी योजना बनाने की सहूलियत
छुट्टियों की यह पूर्व घोषित लिस्ट अभिभावकों के लिए भी काफी फायदेमंद साबित होगी.वे अब पहले से ही अपने बच्चों के साथ छुट्टियों की योजना बना सकते हैं – चाहे वो घूमने की ट्रिप हो, पारिवारिक आयोजनों में भाग लेना हो या कोई क्रिएटिव कोर्स कराना हो.छुट्टियों की पारदर्शिता से स्कूलों में भी शैक्षणिक सत्र को सुचारु रूप से संचालित करने में मदद मिलेगी.
शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई असर नहीं
हालांकि छुट्टियों की संख्या 75 कर दी गई है, लेकिन शिक्षा विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि इससे सिलेबस पूरा करने या परीक्षाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा.प्रत्येक स्कूल को समय प्रबंधन और स्मार्ट क्लास प्लानिंग के माध्यम से सत्र को पूर्ण करना अनिवार्य होगा. इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि छात्रों की पढ़ाई में कोई नुकसान न हो और वे पाठ्यक्रम समय पर पूरा कर सकें.
कहां से मिलेगी छुट्टियों की पूरी लिस्ट?
छुट्टियों की यह आधिकारिक लिस्ट राज्य शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर जारी कर दी गई है.इसके अलावा, सभी स्कूलों को सूचित कर दिया गया है कि वे इसे अपने सूचना बोर्ड पर प्रदर्शित करें और अभिभावकों को भी इसकी जानकारी दें. छात्र और अभिभावक दोनों ऑनलाइन माध्यम से छुट्टियों की तारीखें आसानी से देख सकते हैं.






