School Holiday: देश के ज़्यादातर राज्यों में तापमान गिर रहा है और ठंड का असर तेज़ी से बढ़ता जा रहा है.** कई जगहों पर शीतलहर ने दस्तक दे दी है, जिससे कड़ाके की सर्दी ने आम जनजीवन को प्रभावित किया है. जैसे-जैसे पारा गिर रहा है, बच्चों की स्कूल छुट्टियों को लेकर उत्सुकता भी बढ़ती जा रही है.
सुबह के कोहरे और कंपकंपाती सर्दी से स्कूल जाना बना चुनौती
घना कोहरा और सुबह के समय की हाड़ कंपा देने वाली ठंड के कारण छोटे बच्चों को स्कूल भेजना मुश्किल हो गया है. खासकर पहाड़ी और उत्तर भारत के राज्यों में, जहां तापमान कई जगहों पर शून्य के करीब पहुंच गया है, वहां स्कूल संचालन पर असर पड़ना लाजमी है
बच्चों के लिए आई राहत की खबर – एक राज्य में 7 दिन की छुट्टी घोषित
जहां देश के अधिकतर हिस्सों में सर्दियों की छुट्टियाँ शुरू होने में अभी समय है, वहीं जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर सामने आई है. राज्य सरकार ने 13 दिसंबर से 19 दिसंबर 2025 तक स्कूलों में छुट्टी देने का फैसला किया है. ये छुट्टियाँ जम्मू-कश्मीर के विंटर ज़ोन (मुख्यतः पहाड़ी क्षेत्र) के स्कूलों में लागू होंगी
मौसम का ट्रिपल अटैक – बर्फबारी, शीतलहर और कोहरा
जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी इलाकों में मौसम की स्थिति बेहद खराब बनी हुई है. बर्फबारी, शीतलहर और घने कोहरे का त्रिगुणी असर एक साथ देखने को मिल रहा है, जिसके चलते बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्कूल बंद करने का निर्णय लिया गया है.
एक हफ्ते की नहीं, पूरे तीन महीने की छुट्टियाँ!
जम्मू-कश्मीर में सिर्फ 13 से 19 दिसंबर की छुट्टियाँ ही नहीं, बल्कि आगे भी पूरे विंटर सीजन में स्कूलों को बंद रखने का शेड्यूल जारी किया गया है. राज्य शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल क्लास-वार विंटर वेकेशन का शेड्यूल इस प्रकार घोषित किया गया है:
जम्मू-कश्मीर के स्कूलों में विंटर वेकेशन का पूरा शेड्यूल
| कक्षा | छुट्टियों की अवधि |
|---|---|
| प्री-प्राइमरी | 26 नवंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक |
| कक्षा 1 से 8 | 1 दिसंबर 2025 से 28 फरवरी 2026 तक |
| कक्षा 9 से 12 | 11 दिसंबर 2025 से 22 फरवरी 2026 तक |
यह शेड्यूल खास तौर पर विंटर ज़ोन के स्कूलों के लिए लागू किया गया है.
बच्चों को मिली ठंड में राहत, अभिभावक भी खुश
तीन महीने तक स्कूल बंद रहने से बच्चों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई है. सर्दियों की सबसे लंबी छुट्टियाँ मिलने से बच्चे बेहद खुश हैं. खेलकूद, घुमने-फिरने और घर में परिवार संग समय बिताने का अवसर बच्चों के लिए खास बन गया है.
टीचर्स और पैरेंट्स को भी मिला ब्रेक
छुट्टियों से केवल छात्र ही नहीं, बल्कि अभिभावकों और शिक्षकों को भी राहत मिली है. कई अभिभावकों ने बताया कि कड़ाके की ठंड में बच्चों को सुबह जल्दी उठाना मुश्किल हो रहा था, ऐसे में यह फैसला स्वागत योग्य है.
क्या अन्य राज्यों में भी मिल सकती है राहत?
फिलहाल अन्य राज्यों में स्कूलों की विंटर वेकेशन की तारीखें दिसंबर के अंतिम सप्ताह या जनवरी की शुरुआत से तय की जाती हैं. लेकिन जम्मू-कश्मीर में मौसम की गंभीरता को देखते हुए यह फैसला जल्दी लिया गया है. अगर उत्तर भारत के अन्य राज्यों में मौसम और बिगड़ता है, तो वहाँ भी जल्द छुट्टियों का ऐलान हो सकता है.






