CBSE Christmas Vacation: मध्य प्रदेश के स्कूलों में इस बार क्रिसमस और शीतकालीन अवकाश को लेकर बड़ा बदलाव किया गया है. मिशनरी और सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों में जहां पहले क्रिसमस पर लंबी छुट्टियां दी जाती थीं, अब सिर्फ दो दिन की छुट्टी दी जाएगी. वहीं, विंटर वेकेशन (Winter Vacation) 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक रहेगा. यह फैसला छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के लिए एक नई व्यवस्था का अनुभव होगा.
शिक्षा विभाग का आदेश: छुट्टियों का समय घटाया गया
मध्य प्रदेश शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि सभी सीबीएसई स्कूलों को नए वेकेशन नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा.
- पहले क्रिसमस पर 23 दिसंबर से लंबी छुट्टियां दी जाती थीं.
- अब इन छुट्टियों को सिर्फ दो दिन (24 और 25 दिसंबर) तक सीमित कर दिया गया है.
इस फैसले का उद्देश्य छात्रों को बेहतर अध्ययन वातावरण देना और छुट्टियों के समय का संतुलित प्रयोग सुनिश्चित करना है.
छात्रों के लिए कैसा रहेगा नया शेड्यूल?
इस बार मध्य प्रदेश के सभी स्कूलों में छुट्टियों का शेड्यूल इस प्रकार रहेगा:
- क्रिसमस पर छुट्टी: 25 दिसंबर (कुछ स्कूलों में 24 दिसंबर भी बंद)
- विंटर वेकेशन: 31 दिसंबर से 4 जनवरी
- स्कूल दोबारा खुलेंगे: 5 जनवरी 2026 से
करीब 70 सीबीएसई और मिशनरी स्कूलों ने पहले ही इस शेड्यूल की जानकारी जारी कर दी है. अभिभावकों और छात्रों को इस नए शेड्यूल के अनुसार अपनी योजनाएं बनाने की सलाह दी गई है.
सरकारी स्कूलों में केवल एक दिन की क्रिसमस छुट्टी
सरकारी स्कूलों में इस बार 25 दिसंबर को सिर्फ एक दिन की छुट्टी दी जाएगी. इसके बाद 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश रहेगा.
- 5 जनवरी से सभी कक्षाएं पुनः नियमित रूप से शुरू होंगी.
- सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों और कर्मचारियों को भी इस संशोधित अवकाश शेड्यूल के अनुसार कार्य करना होगा
मिशनरी और सीबीएसई स्कूलों पर भी लागू होंगे नए नियम
इस बार मिशनरी स्कूलों और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से संबद्ध स्कूलों में भी छुट्टियों के नियमों में बदलाव किया गया है.
- पहले इन स्कूलों में 23 दिसंबर से ही क्रिसमस और विंटर ब्रेक शुरू हो जाता था.
- अब शिक्षा विभाग के निर्देश के अनुसार, इन स्कूलों में भी सिर्फ दो दिन की क्रिसमस छुट्टी दी जाएगी और 31 दिसंबर से शीतकालीन अवकाश रहेगा.
छात्रों की पढ़ाई पर पड़ेगा असर?
विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव छात्रों के अध्ययन के दृष्टिकोण से सकारात्मक हो सकता है.
- लंबे अवकाश के कारण पढ़ाई पर काफी बुरा असर पड़ता था.
- अब छात्रों को अधिक समय तक स्कूल वातावरण में बने रहने का अवसर मिलेगा.
- खासकर वे छात्र जो सरकारी नौकरी या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अधिक पढ़ाई का समय मिल सकेगा.
अभिभावकों और शिक्षकों की क्या है प्रतिक्रिया?
अभिभावकों का कहना है कि यह बदलाव थोड़ा असामान्य जरूर है, लेकिन अगर इसका मकसद छात्रों के शैक्षणिक हित में है, तो इसे स्वीकार करना चाहिए. वहीं कई शिक्षकों और स्कूल प्रबंधन का मानना है कि छोटे बच्चों के लिए लंबे ब्रेक की जगह छोटे अंतराल पर छुट्टियां देना ज्यादा प्रभावी होता है. इससे छात्र स्कूल के प्रति अधिक अनुशासित और सक्रिय रहते हैं.
क्रिसमस सेलिब्रेशन पर रहेगा असर?
जहां पहले स्कूलों में क्रिसमस से एक हफ्ते पहले ही छुट्टी हो जाती थी, अब ऐसा नहीं होगा.
- अब स्कूलों में ही 24 और 25 दिसंबर को सीमित अवधि के लिए उत्सव और आयोजन होंगे.
- बच्चों को कक्षा के समय के बाद ही विशेष कार्यक्रमों में भाग लेने का अवसर मिलेगा.






