School Holiday: देशभर में बढ़ती ठंड, घना कोहरा और शीतलहर अब शैक्षणिक व्यवस्था पर सीधा असर डालने लगे हैं. कई राज्यों ने जहां स्कूलों के समय में बदलाव कर दिया है, वहीं अब शीतकालीन अवकाश (Winter Vacation) की भी आधिकारिक घोषणा होने लगी है. मध्य प्रदेश पहला ऐसा राज्य बना है जिसने दिसंबर के अंतिम सप्ताह और जनवरी की शुरुआत के लिए स्कूल बंद रखने का फैसला किया है. अनुमान है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश जैसे राज्य भी जल्द ही इसी तरह का ऐलान कर सकते हैं.
दिसंबर में छुट्टियों की भरमार
दिसंबर महीना वैसे भी बच्चों के लिए छुट्टियों से भरा होता है.
- हर रविवार की साप्ताहिक छुट्टी
- 25 दिसंबर को क्रिसमस का अवकाश
- अब विंटर वेकेशन की शुरुआत
इससे छात्रों को ठंड के मौसम में आराम और सुरक्षित वातावरण में समय बिताने का मौका मिलेगा. शिक्षकों को भी पाठ्यक्रम समीक्षा और योजना निर्माण का समय मिलेगा.
मध्य प्रदेश में घोषित हुई छुट्टियों की तारीखें
मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग ने विंटर वेकेशन का आदेश जारी कर दिया है.
क्रिसमस अवकाश: 25 दिसंबर 2025 (गुरुवार)
शीतकालीन अवकाश: 31 दिसंबर 2025 से 4 जनवरी 2026 तक
क्रिसमस के दिन स्कूल पूरी तरह बंद रहेंगे. इसके बाद 26 से 30 दिसंबर तक नियमित कक्षाएं चलेंगी, और फिर 31 दिसंबर से सर्दी की छुट्टियों की शुरुआत हो जाएगी.
स्कूल शिक्षा विभाग का आदेश
शिक्षा विभाग के आदेश में स्पष्ट किया गया है कि क्रिसमस के बाद स्कूलों में एक छोटा ब्रेक होगा, और फिर 31 दिसंबर से 4 जनवरी तक का विंटर वेकेशन रहेगा.
यह आदेश राज्य के सभी सरकारी और मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों पर लागू होगा. विभाग ने सभी स्कूलों से कहा है कि वे छुट्टियों से पहले परीक्षा, पाठ्यक्रम और आवश्यक गतिविधियों को पूरा करें.
अन्य राज्यों में भी जल्द हो सकता है ऐलान
- दिल्ली, यूपी, हरियाणा, हिमाचल और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में भी कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की वजह से छुट्टियों पर विचार किया जा रहा है.
- विशेष रूप से उत्तर भारत के पहाड़ी और मैदानी क्षेत्रों में तापमान में गिरावट तेजी से हो रही है, जिससे स्कूलों को बंद रखने की मांग उठने लगी है.
- संभावना है कि आने वाले एक-दो हफ्तों में इन राज्यों में भी विंटर वेकेशन की घोषणा हो सकती है.
क्यों जरूरी हैं सर्दी की छुट्टियां?
सर्दी के मौसम में बच्चों की सेहत पर सीधा असर पड़ सकता है. सुबह के समय तापमान बेहद कम रहता है और कोहरा दृश्यता को प्रभावित करता है.
इस स्थिति में
- बच्चों के बीमार पड़ने का खतरा बढ़ जाता है
- यातायात में कठिनाई आती है
- स्कूल पहुंचने में देरी और सुरक्षा का संकट बना रहता है
इन्हीं कारणों से हर साल शीतकालीन अवकाश को गंभीरता से लिया जाता है.
क्रिसमस और न्यू ईयर का त्योहार भी बना कारण
दिसंबर के अंतिम सप्ताह में क्रिसमस और नए साल का माहौल रहता है. कई परिवार छुट्टियों की योजना बनाते हैं.
ऐसे में छुट्टियां मिलने से
- छात्र परिवार के साथ त्योहारों को मना सकते हैं
- शिक्षकों को नई योजनाओं और पाठ्यक्रम सुधार का अवसर मिलता है
- स्कूल प्रशासन को इन्फ्रास्ट्रक्चर और मरम्मत कार्य करने का समय मिलता है
छुट्टियों के दौरान छात्रों को क्या करना चाहिए?
- छुट्टियों को केवल आराम के तौर पर न लें, बल्कि अध्ययन की निरंतरता बनाए रखें
- शिक्षक और माता-पिता छात्रों को रिवीजन, प्रैक्टिस और प्रोजेक्ट कार्यों में सक्रिय बनाए रखें
- बच्चों को स्वस्थ दिनचर्या अपनाने के लिए प्रेरित करें






