Walking Traffic Rule: रोड पर चलते हुए अक्सर लोग बाईं तरफ चलना सही मानते हैं. ज़्यादातर लोग यही सोचते हैं कि ट्रैफिक नियम के अनुसार पैदल चलने वालों को भी गाड़ियों की दिशा में ही चलना चाहिए. लेकिन सच इससे बिल्कुल अलग है.अगर आपको लगता है कि बाईं ओर चलना हमेशा सही है, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद जरूरी है. दरअसल, पैदल यात्रियों के लिए ट्रैफिक नियम कुछ और ही कहते हैं, जिन्हें न जानने की वजह से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है
ट्रैफिक नियम क्या कहता है? (Pedestrian Safety Rule)
पैदल यात्रियों की सुरक्षा के लिए सबसे अहम नियम यह है कि सड़क पर चलते समय उस दिशा की ओर मुंह करके चलें, जिस दिशा से वाहन आ रहे हों.यानी, व्हीकल ट्रैफिक की उल्टी दिशा में चलना पैदल यात्रियों के लिए सबसे सुरक्षित माना जाता है.यह नियम केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के रोड‑सेफ्टी मानकों में शामिल है. इसका उद्देश्य सिर्फ एक है—पैदल व्यक्ति सामने से आने वाले खतरे को समय रहते देख सके.
सामने से आती गाड़ियां दिखें, यही सबसे बड़ी सुरक्षा
जब आप आने वाली ट्रैफिक की ओर मुंह करके चलते हैं, तो आपको सामने से आ रही कार, बाइक, बस या ट्रक साफ दिखाई देते हैं.
इस स्थिति में
- आप समय रहते किनारे हो सकते हैं
- गाड़ी की स्पीड का अंदाजा लगा सकते हैं
- और खुद को सुरक्षित रख सकते हैं
इसके उलट, अगर आप गाड़ियों की ही दिशा में चलते हैं, तो पीछे से आने वाले वाहन आपको दिखाई नहीं देते, जिससे दुर्घटना का खतरा कई गुना बढ़ जाता है
अगर सड़क पर फुटपाथ हो, तब क्या नियम है?
भारत के ट्रैफिक नियमों के अनुसार, अगर सड़क पर फुटपाथ (Footpath) या पैरा‑पाथ मौजूद है, तो पैदल यात्रियों के लिए उस पर चलना अनिवार्य होता है.
ऐसी स्थिति में
- आपको सड़क पर चलने की जरूरत नहीं
- और फुटपाथ की दिशा मायने नहीं रखती
यानी, फुटपाथ होने पर आप उसी दिशा में चल सकते हैं, जिस दिशा में गाड़ियां चल रही हों, क्योंकि आप पहले से ही सड़क से अलग और सुरक्षित जगह पर होते हैं
फुटपाथ नहीं है तो किस तरफ चलना चाहिए?
अगर किसी सड़क पर फुटपाथ नहीं है और आपको मजबूरी में सड़क किनारे चलना पड़ रहा है, तो सबसे जरूरी नियम लागू होता है.
ऐसे में पैदल यात्री को सड़क के दाईं ओर (Right Side of the Road) चलना चाहिए.
इसका कारण साफ है—
*दाईं ओर चलने पर आप सामने से आने वाली ट्रैफिक को सीधे देख पाते हैं.
यह नियम क्यों माना जाता है सबसे सुरक्षित?
उल्टी दिशा में चलना इसलिए सुरक्षित माना जाता है क्योंकि आप खतरे को पहले देख लेते हैं.
जब वाहन सामने से आते हैं—
- ड्राइवर भी आपको साफ देख पाता है
- वह समय रहते ब्रेक लगा सकता है
- स्पीड कम कर सकता है
- या रास्ता बदल सकता है
वहीं अगर आप गाड़ियों की दिशा में चलते हैं, तो ड्राइवर और पैदल यात्री दोनों एक‑दूसरे को देर से देखते हैं, जिससे एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है.
ड्राइवर और पैदल यात्री के बीच बेहतर तालमेल
जब पैदल व्यक्ति सामने से आ रही गाड़ियों की ओर मुंह करके चलता है, तो ड्राइवर उसके
- चेहरे के भाव
- हाथों की हरकत
- चलने की दिशा
को देखकर समझ जाता है कि वह व्यक्ति क्या करने वाला है.
इससे गलत अनुमान और अचानक होने वाली घटनाओं की संभावना कम हो जाती है.
संकरी सड़क और ब्लाइंड मोड़ पर क्यों जरूरी है यह नियम?
भारत में कई जगह
- संकरी सड़कें
- खड़ी गाड़ियां
- ब्लाइंड मोड़
- तेज़ रफ्तार बाइक और कारें
आम हैं.
अगर आप आने वाली ट्रैफिक की ओर मुंह करके चल रहे होते हैं, तो
- आप ब्लाइंड मोड़ से पहले ही गाड़ी देख सकते हैं
- खड़ी गाड़ी के पीछे से आती बाइक का अंदाजा लगा सकते हैं
- और समय रहते खुद को बचा सकते हैं
राज्यों के ट्रैफिक नियमों में भी शामिल है यह सलाह
- कई राज्यों की ट्रैफिक पुलिस एडवाइजरी में साफ तौर पर कहा गया है कि पैदल यात्रियों को सड़क के दाईं ओर चलना चाहिए.
- यह नियम स्थानीय ट्रैफिक कानूनों और रोड‑सेफ्टी गाइडलाइंस में शामिल है, लेकिन जानकारी की कमी के कारण लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं.
सबसे ज्यादा एक्सीडेंट क्यों होते हैं पैदल यात्रियों के साथ?
आंकड़ों के अनुसार, पैदल यात्रियों के साथ होने वाले अधिकतर सड़क हादसे पीछे से आने वाले वाहनों की वजह से होते हैं.
कारण साफ है—
- पैदल व्यक्ति को पता ही नहीं चलता कि पीछे से वाहन आ रहा है
- अचानक हॉर्न या ब्रेक की आवाज से घबराहट होती है
- और प्रतिक्रिया का समय नहीं मिल पाता
यही वजह है कि उल्टी दिशा में चलना सबसे सुरक्षित माना जाता है.
बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह नियम और भी जरूरी
बच्चे और बुजुर्ग सड़क दुर्घटनाओं के सबसे ज्यादा शिकार होते हैं.
इसलिए
- बच्चों को बचपन से ही सही दिशा में चलने की आदत डालनी चाहिए
- बुजुर्गों को भी सड़क पर चलते समय हमेशा आने वाली ट्रैफिक पर नजर रखनी चाहिए
रोजमर्रा की आदत बदलने से बच सकती है जान
सिर्फ दिशा बदलकर चलने से कई बड़ी दुर्घटनाओं को टाला जा सकता है.
यह कोई मुश्किल नियम नहीं, बस थोड़ी सी जागरूकता और सावधानी की जरूरत है.
अगली बार सड़क पर उतरें तो यह जरूर याद रखें
- फुटपाथ हो तो फुटपाथ पर चलें
- फुटपाथ न हो तो दाईं ओर चलें
- हमेशा आने वाली गाड़ियों की ओर मुंह रखें
- बच्चों को भी यही नियम समझाएं






